सतोगुण , रजोगुण , और तमोगुण ये प्रकृति के तीन गुण हैं . इन गुणों से ही सृष्टि की रचना हुई है. ये गुण सजीव-निर्जीव , स्थूल-सूक्ष्म वस्तुओं में विद्यमान होते हैं. इन गुणों के आधार पर ही किसी व्यक्ति का स्वभाव और उसके कर्म तय होते हैं. सतोगुण :- शांति , समर्पण , ज्ञान , विचारशीलता , ध्यान , भला , पुण्यवान , दयावान , क्षमावान , सहनशील | रजोगुण :- गतिविधि , उत्साह , क्रियाशीलता , खाने-पीने , आराम , मौज-शौक वाला | तमोगुण :- अंधकार , अज्ञान , असंवेदनशीलता , दूसरों को कष्ट देने वाला , अपराध करने वाला , नशा प्रवृत्ति में लिप्त . इस विश्वदृष्टि के अनुसार , तीन गुण (त्रिगुण) हैं , जो हमेशा से दुनिया की सभी चीज़ों और प्राणियों में मौजूद रहे हैं और आज भी मौजूद हैं। रजोगुण प्रभाव से जीवन की 84 लाख प...