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गतांक से आगे जय माँ हिंगलाज परमात्मा ने हमें तमोगुण-रजो गुण-सत्व गुण के माया जाल से बाहर निकलने के लिए अद्भुत शक्तियाँ दी हे जिनका प्रयोग करके हम जन्म-मरण के जाल से मुक्त हो सकते हे। हमारी पांचो ज्ञानेन्द्रियाँ, कर्मेन्द्रियाँ,मन,बुद्धि,अहंकार के द्वारा हम इन गुणों पर विजय पा सकते हे। पहला तमो गुण :- आलस्य,निष्क्रियता,अज्ञान,भ्रम,नकारात्मकता,प्रमाद,लापरवाही,तामसिक भोजन आदि के कारण हमारे शरीर में तमो गुण की अधिकता होती हे, अगर हम इन सभी विकारों पर अपनी इन्द्रियों और बुद्धि द्वारा नियंत्रण करलेते हे ,तो हम एक सीढ़ी ऊपर अर्थात रजो गुण में अपने को स्थान्तरित कर लेते हे, हमें अपने मन को वश में करना जरुरी हे,क्योंकि मन हर पल हमें इन सभी समस्याओं में उलझाने का प्रयास करता रहेगा। हमें अपनी संकल्प शक्ति मजबूत करनी होगी। दूसरा रजो गुण :- स्वार्थ,गतिविधि,कर्मठता,इच्छा, महत्वाकांक्षा,बेचैनी, असंतोष,भावनात्मक उतार-चढ़ाव,राजसिक ...
Om Paramatne Namah All souls who are present in this male and female form, accept my salutation. We know all the souls by the Supreme Father, the Supreme Soul, for what purpose has we sent this body on this earth? Perhaps only some people know, most people do not know at all. First of all, we have to understand what we are, why. God has created such a nature, by understanding that we are ready for another birth by making our birth successful, like we pass one class and get admission in another. How can we pass the first class of our life -what will we know, we know, but we do not understand correctly. The first question is the qualities of the background - the first is three qualities in nature, the first is the sattva virtue, the second is the rajo virtue, the third is the tamo qualities. Sattva virtue:-Gyan, conscience, pea...
ॐ परमात्मने नमः समस्त आत्माओ को जो नर-नारी रूप में इस भूलोक में उपस्थित हे को मेरा प्रणाम स्वीकार हो। हम सभी आत्माओ को परमपिता परमात्मा ने यह शरीर रूपी यंत्र देकर इस पृथ्वी पर किस उद्देश्य से भेजा हे क्या हम जानते हे ? शायद कुछ लोग ही जानते हे ,अधिकतर लोग बिलकुल नहीं जानते हे। सबसे पहले हमें यह समझना होगा की हम क्या हे,क्यों हे। परमात्मा ने एक ऐसी प्रकृति की रचना की हे जिसको समझ कर हम अपने एक जन्म को सफल बना कर दूसरे जन्म के लिए तैयार होते हे,जैसे हम एक कक्षा पास करके दूसरी कक्षा में प्रवेश पाते हे। हमारे जीवन की पहली कक्षा हम कैसे पास कर सकते हे क्या -क्या प्रश्नोत्तर होंगे क्या हमें पता हे ,पता तो हे लेकिन हम सही प्रकार से समझ नहीं पाते हे। पहला प्रश्न हे पृकृति के गुण - प्रकृति में तीन गुण हे ,पहला हे सत्व गुण ,दूसरा हे रजो गुण ,तीसरा हे तमो गुण। सत्व गुण :-ज्ञान, विवेक,शांति,संतोष,सकारात्मकता,दया,आत्म-नियंत्रण,निर्मलता,सात्त्विक भोजन सतोगुण व...

saty sanatan

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