पूर्ण का पूर्ण से मिलन ' ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ' एक मंत्र है. ' वह पूर्ण है और यह भी पूर्ण है , पूर्ण से पूर्ण निकला है ; पूर्ण से पूर्ण को निकाल लेने पर केवल पूर्ण ही शेष रह जाता है '. ...
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स्वस्थ कैसे रहे स्वास्थ्य दिवस कई लोग अपनी आमदनी , बढ़ाने के लिए मनाते हे , कुछ अपने को स्वस्थ रखने के लिए मनाते हे। अधिकतर लोगो को जो जागरूक नहीं हे पता तक नहीं हे। क्या हम जानते हे की बिना किसी दवाई , परिक्षण के स्वस्थरह सकते हे। सभी चिकित्सक , वैद्य , संबंधित व्यवसायी जानते हे की जब तक हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (ऊर्जा) रहेगी हमें कोई बीमारी छू भी नहीं सकती हे। और हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता स्थाई तभी रहती हे जब तक हमारा खान , पान , रहन , सहन , आचार , विचार शुद्ध होंगे।हमारी दिनचर्या व्यस्थित होगी। क्या हम ऐसा कभी करने की कोशिश भी करते हे ? हमारे शरीर में जो रोगप्रतिरोधक शक्ति (ऊर्जा) बनती हे , हमें भगवान ने या पृकृति ने हमें मुफ्त में उपलब्ध करवाई हे। हम जो ऑक्सीजन (वायु) हमारे शरीर में अंदर लेते हे उससे ही हमारा शरीर जीवित रहता हे। उससे ही हमारे शरीर को (ऊर्जा) प्राण शक्ति मिलती हे। वही हमारे शरीर को सभी रोगो से मुक्त रखती हे। रोगप्रतिरोधक शक्ति हमको शुद्ध वायु से ही मिलती हे , लेकिन हम लगातार वातावरण दूषित करने में लगे हुए हे , वातावरण ...
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पुरूष और प्रकृति। पुरूष की विशेषता पुरूष शब्द का संबोधन आत्मा के लिए किया गया है। पुरूष अर्थात आत्मा अविनाशी , निराकार और स्वयं प्रकाशित है। अर्थात स्वयं उत्पन्न हुआ है। चेतना पुरूष/ आत्मा का लक्षण है। इसका विभाजन नहीं किया जा सकता है , जो विभाजित प्रतीत होता है , वो स्वयं पुरुष/आत्मा हीं है। पुरूष निर्गुण , अविकारी , अपरिवर्तनशील है। अर्थात सुख-दुख , लाभ-हानि , पाप-पुण्य आदि सभी विकारों से रहित और चिरस्थाई है। जो भी जीवों में सत्व , रज एवं तम तीनों गुणों का प्रभाव प्रतीत होता है , ये सब प्रकृति के गुण हैं। पुरुष/आत्मा गुणों से रहित , अपरिणामी है। ये केवल साक्षी भाव में रहने वाला , किसी भी परिणाम में भागिदारी न करने वाला , उदासीन दर्शक मात्र है। पुरुष /आत्मा को सांख्य दर्शन में अनेक माना गया है। इसके लिए तर्क है कि इस सृष्टि में प्रत्येक जीव के जन्म-मृत्यु और अनुभव में भिन्नता पाई जाती है। यदि पुरूष/आत्मा एक हीं सत्ता होती , तो एक के मरने से सभी मर जाते या एक के जन्म लेने से सभी जीवित हो जाते। सभी के जन्...